हर इंसान के मन में अपने देश के लिए प्रेम होना चाहिए। हर इंसान के मन में अपने देश के लिए प्रेम होना चाहिए।
हम सब के घरों मे काम करने आती है वो तब जा कर कही दो रोटी खाती है वो... हम सब के घरों मे काम करने आती है वो तब जा कर कही दो रोटी खाती है वो...
दरअसल मेरी रुचि शुरू से ही मौलिक फिक्शन ही लिखने में रही। दरअसल मेरी रुचि शुरू से ही मौलिक फिक्शन ही लिखने में रही।
लेकर आई अपार प्यार के रंग हजार, हमें मिली जीवन में रंगों भरी खुशियों की सौगात। लेकर आई अपार प्यार के रंग हजार, हमें मिली जीवन में रंगों भरी खुशियों की सौगात।
अब खुशियों का बचपन पिघल रहा था दिखावे की जिम्मेदारियों की तहों को ज़माने की खातिर। अब खुशियों का बचपन पिघल रहा था दिखावे की जिम्मेदारियों की तहों को ज़माने की खाति...
दोनों घरों को महकाती मेरी साँझी खुशियाँ कभी उनकी झोली में कभी मेरी झोली में। दोनों घरों को महकाती मेरी साँझी खुशियाँ कभी उनकी झोली में कभी मेरी झोली में।